मैं भारत में रहता कहीं,
किसी भी राज्य को मान लो तुम
यहाँ सड़के कुछ ख़ास नहीं,
कोई भी मोहल्ला छान लो तुम
एक दिन एक नेता का भाषण सुन,
सोचा मैं भी एक करूँ प्रयास
बोले थे वो, दिन चार लगेंगे,
बस भेजो फ़ोटो, खुदा कहाँ
मैं निकला अपना फ़ोन पकड़
फ़ोटो खिचूँ जहाँ जाए नज़र
भेजे सब फ़ोटो ऐप से जब,
मुझे तुरंत ही आया मैसेज तब,
हमने माँगा था फ़ोटो एक ,
तुम भेज रहे हो इतने क्यों
मैं बोला,
श्रिमन मैं घूमा गली गली
एक सड़क भी मुझको नहीं मिली
जहाँ मरम्मत हुई कभी,
इसीलिए सब फ़ोटो भेजीं थीं
बेहतर होगा बस पूछें आप
ऐ भारतवासी, खुदा बताओ कहाँ नहीं।
-आशीष