मैं भारत में रहता कहीं, किसी भी राज्य को मान लो तुम यहाँ सड़के कुछ ख़ास नहीं, कोई भी मोहल्ला छान लो तुम एक दिन…
कहीं कभी चलते हुए मैं मिला एक शख्स से, बहुत खुश और बहुत ही प्यारी पर तनहा थी ज़िन्दगी गुज़ारी मुझसे मिल खिला फूलों सा…
मैं भारत में रहता कहीं, किसी भी राज्य को मान लो तुम यहाँ सड़के कुछ ख़ास नहीं, कोई भी मोहल्ला छान लो तुम एक दिन…
कहीं कभी चलते हुए मैं मिला एक शख्स से, बहुत खुश और बहुत ही प्यारी पर तनहा थी ज़िन्दगी गुज़ारी मुझसे मिल खिला फूलों सा…